• Sat. Sep 13th, 2025
साहित्य, संस्कृति, कला

admin

  • Home
  • कुमारेन्द्र पारसनाथ सिंह – अन्धेरे समय में उजली उम्मीदों का कवि

कुमारेन्द्र पारसनाथ सिंह – अन्धेरे समय में उजली उम्मीदों का कवि

लेखक परिचय – नाम – उमाशंकर सिंह परमार काम- पढना , लिखना ,समाज सेवा , किसान आन्दोलन से जुडाव , जनवादी लेखक संघ उत्तर प्रदेश का राज्य उप सचिव विधा–…

समाज संस्कृति : उस अंधेरे से फिर लौट पाना आसान नहीं होगा…!

जिंदगी की पुरानी बातें अब रोजमर्रा की जिंदगी में तेजी से सिमटती जा रही हैं .इन तमाम तरह के बदलावों से युवा वर्ग के लोगों के जीवन को खास तौर…

कवि की भूमिका देश की आजादी से लेकर आज के बदलते परिवेश को नई -नई दशा और दिशा देने के साथ परंपरा, रीति ,रिवाज, संस्कृति और सभ्यता को संरक्षित और संवर्द्धित करने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है:-रामवृक्ष बहादुरपुरी

साहित्य संवाद कवि रामवृक्ष बहादुरपुरी उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर के निवासी हैं और अब तक इनके दो काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं . इनकी कविताओं में सामाजिक परिवेश के…

एक थी गुलाब बाई ….!

:लेखक:- ध्रुव गुप्त साभार:- स्त्री दर्पण, फेसबुक पेज नौ टंकी सदियों से उत्तर भारतकी सबसे लोकप्रिय लोकनाट्य -विधा रही है। यह प्राचीन भारत में खेले जाने वाले स्वांग का लोक…

साहित्य का समकाल – पूँजी , बाज़ार . और विभ्रम

लेखक परिचय नाम – उमाशंकर सिंह परमार काम- पढना , लिखना ,समाज सेवा , किसान आन्दोलन से जुडाव , जनवादी लेखक संघ उत्तर प्रदेश का राज्य उप सचिव विधा– आलोचना…

सोशल मीडिया नवांकुर साहित्यकारों के लिए बेहतरीन मंच ,इसी लिए सृजन की व्यापक सम्भावना बढ़ी है: श्वेता दुहन देशवाल

साहित्य संवाद: श्वेता दुहन देशवाल वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की निवासी हैं . इनका बचपन उत्तराखंड के हल्द्वानी में व्यतीत हुआ . इनकी कविताओं में प्रेम और श्रृंगार…

“अंतर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच, अहमदाबाद (पश्चिम  इकाई)” द्वारा नवरात्रि उत्सव के मौके पर  मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन 

“शक्तिदायिनी, शक्ति दो माँ l भक्तिदायिनी, भक्ति दो माँ l दुखियों के दुःख, हर लो माँ l सुःख से झोली भर दो माँ l” आज की गोष्ठी में, माँ वीणापाणि…

कहानी:- प्रेम दीवाने

आज समाज मे जातीय नफरत का जहर इतना फैल चुका है कि ग्रामीण क्षेत्र के कई वर्गों के बीच इस रूढ़ि बाद के कारण लोग अमानवीय आचरण करने से नही…

कहानी:- ”एक जिद”

नवाव बजाहत अली के तीसरे पीढ़ी के वारिस अमजद अली के बहाने एक ऐसे पात्र का सृजन कहानीकार संदीप पांडे ने की है जो कहने के लिए तो नवाव खानदान…

कहानी:- सबक

कथाकार:- हरीश चन्द्र पाण्डे, हल्द्वानी कथाकार हल्द्वानी से हैं। उन्होंने इस कथा में उन्होंने कथा के पात्र के सहारे जीवन के उस सच को भावनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया है…