कहानी : पगडण्डी
गाँव की पगडंडी सिर्फ एक रास्ता या ग्रामीण क्षेत्र की पहचान मात्र नहीं बल्कि गाँव की उस संस्कृति का उदहारण है जहां लोगों में प्रेम सौहार्द और अपनापन है. आज…
कहानी:- एक बूँद विष
उ न दिनों ज्यादातर पुरोहित खानदान में विधवा के पुनर्विवाह की मनाही थी। नियमानुसार बुआ को या तो काशी के किसी विधवा आश्रम जाना पड़ता या ताउम्र घर पर ऐसे…
लघुकथा- अलविदा
लघुकथा– अलविदा राजीव कुमार झा गर्मी के मौसम में शहर के इस हरे भरे बाग में दोपहर को जब पेड़ों की झुरमुट से मीठी हवा बहने लगती है तो यहां…
ऐ लड़की…..!
प्रस्तुति: अरविंद कुमार साभार-स्त्री दर्पण आज कृष्णा सोबती का जन्म दिन है।आपके लिए उनकी बहुचर्चित कृति “ऐ लड़की” की भूमिका पेश की जा रही है।1992 में वर्तमान साहित्य के कहांनी…
कहानी:- नसीमाबाजी
नसीमाबाजी लेखक-विनोद आनंद अ पने दफ्तर में बाहर से आकर बैठा ही था तभी हड़बड़ाये हुए अख्तर आया । उसकी आँखे सुजी हुई थी और होशो-हवाश गुम थे । वह…
कहानी:- प्रेम दीवाने
आज समाज मे जातीय नफरत का जहर इतना फैल चुका है कि ग्रामीण क्षेत्र के कई वर्गों के बीच इस रूढ़ि बाद के कारण लोग अमानवीय आचरण करने से नही…
कहानी:- ”एक जिद”
नवाव बजाहत अली के तीसरे पीढ़ी के वारिस अमजद अली के बहाने एक ऐसे पात्र का सृजन कहानीकार संदीप पांडे ने की है जो कहने के लिए तो नवाव खानदान…
कहानी:- सबक
कथाकार:- हरीश चन्द्र पाण्डे, हल्द्वानी कथाकार हल्द्वानी से हैं। उन्होंने इस कथा में उन्होंने कथा के पात्र के सहारे जीवन के उस सच को भावनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया है…
कहानी:- वसंत लौट रहा है
कहानीकार का परिचय नाम –डॉ. कविता विकास स्वतंत्र लेखिका व शिक्षाविद ब्लॉग लिंक – काव्य वाटिका http://kavitavikas.blogspot.in/ http://koylanagar.blogspot.in/ ई मेल- kavitavikas 28@gmail.com कृतियाँ – दो कविता संग्रह (लक्ष्य और कहीं…
लघुकथा :- चाँदी की कटोरी
लघुकथा रंजना वर्मा उन्मुक्त सुलेखा अपने पोते की चाँदी की कटोरी को खोज-खोज कर परेशान हो रही थी । अभी तो इसी टेबल पर रखी थी… कहाँ गई । आजकल…