• Sat. Sep 13th, 2025
साहित्य, संस्कृति, कला

देवप्रिया की अज़ीब दास्तान

सुप्रसिद्ध हिंदी कवि, कला एवम फ़िल्म समीक्षक तथा उपन्यासकार विनोद भारद्वाज की पत्नी देवप्रिया जी के बारे में जो कैंसर से लड़ते हुए इस दुनिया से विदा हो गयीं। विनोद…

मेरे पिता की हमसाया ~ मेरी माँ”

अगर आपने माधुरी पत्रिका बचपन में पढ़ी हो तो आप उसके संपादक अरविंद कुमार को जानते होंगे और अगर आपने हिंदी थिसारस देखा हो तो उनका नाम कैसे भूल सकते…

हस्का का फैसला

(अफ़ग़ान कहानी)राना जुरमतेपश्तो से अंग्रेजी अनुवाद : शकीबा हबीबहिंदी अनुवाद : श्रीविलास सिंह सुबह का सूरज उदय होने को था। हस्का तंदूर के पास एक बर्तन में गुंथा हुआ आटा…